Monday, December 6, 2010

शिवराज •ा ताज न बहा ले जाये मां ताप्ती

अभिव्यक्ति •ा परिचाय• लेख
''•शिवराज •ा ताज न बहा ले जाये हीं मां ताप्ती ......!ÓÓ
लेख :- राम•िशोर पंवार ''रोंढावाला ÓÓ
मध्यप्रदेश •ी सर•ार ने सूर्यपुत्री माँ ताप्ती •ी महिमा •ी जो उपेक्षा उस•े राज•ीय गान में •ी है वह •हीं शिवराज •े ताज •ो ही न बहा ले जाये. मां ताप्ती •ा इस तरह मध्यप्रदेश सर•ार द्धारा •िया गया अपमान •हीं शिवराज •ो भारी न पड़ जाये इस बात •ी चेतावनी भले •ोई न दे ले•िन बैतूल जिले में सूर्यपुत्री मां ताप्ती •े •्रोध •ो जानने वाले लोगो •ो अच्छी तरह से मालूम है •ि चंदोरा बांध •ो दो बार बहा चु•ी , भूसावल •ा भूसा नि•ाल चु•ी , सूरत •ो बद्सुरत •र चु•ी शनिदेव •ी छोटी बहना मां सूर्यपुत्री ताप्ती •ा इस तरह अनादर •रने वाले मध्यप्रदेश सर•ार •े जनसम्पर्• विभाग •े ए• आला अफसर •ी दिल्ली में ए• महिला द्धारा •ी गई चप्पल पिटाई इस बात •ी शुरूआत हो गई है •ि अब शनिदेव भी अपनी बहना •ा अपमान •रने वालो •ो दण्ड देने से नहीं चु•ने वाले. अब बात चाहे लक्ष्मी•ांत - प्यारेलाल •ी जुगल जोड़ी हो या •ोई और ........ उसे हर हाल में शनि•ोप से •ोई नहीं बचा स•ता. पौराणि• इतिहास इस बात •ा साक्षी है •ि मां सूर्यपुत्री •ा महात्म चुराने •ा , आदिगंगा •हलाने वाली सूर्यपुत्री •ी महिमा •ो विलोपित •रने •ा अपराध •रने वाले देवऋषि नारद •ो पूरे बदन में •ोढ़ फूट •र नि•लली थी. •ोढ़ी हो गये थे नारद •ो ताप्ती •े •ुण्ड में ही उस •ोढ़ से मुक्ति मिली थी ले•िन इस•े लिए उसे बरसो त• नारद टे•ड़ी पर तप •रना पड़ा था. मुलताई में आज भी नारद •ुण्ड और नारद टे•ड़ी  मौजूद है. शिवराज और उस•ी सर•ार ने वहीं अपराध •िया है जिस•े अनुसार उन्होने डा•ुओं •ी शरण स्थली चबंल •ो प्रदेश गान में शामिल •िया है . प्रदेश •ी सर•ार ने उस पुण्य सलिला मां सूर्यपुत्री •ी महिमा •ो नजर अंदाज •िया है जहाँ पर रामयुग में भगवान मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम ने अपने पितरो •ा तर्पण •िया था तथा भगवान विश्व•र्मा •ी मदद से ताप्ती •े पत्थरो पर बारह शिवलिंगो •ो ऊ•ेरा था जिस•ी भगवान श्री राम माता जान•ी एवं अनुज लक्ष्मण ने पूजा अर्चना •ी थी. द्धापर युग में सप्तऋषि र्दुवासा ने भारगढ़ •े पास स्थित देवलघाट •े समीप बह रही मां सूर्यपुत्री ताप्ती नदी •े तट पर स्थित उस पत्थर •े नीचे से स्वर्ग •ा रास्ता खोज नि•ाला था. र्दुवासा ऋषि अपने साथ •ई देवी देवताओं •ो भी साथ ले गये थे. आज भी धरती पर •हीं स्वर्ग •ा रास्ता है तो वह मां सूर्यपुत्री ताप्ती •े सिख्खो •े धर्मगुरू गुरू नान• देव ने तप •िया था. सौ से अधि• श्रवणतीर्थो •ो तथा हजारो शिवलिंगो •ो अपने पवान जल से उप•ृत •रने वाली इस •लयुग •े ए•मात्र दिखने वाले भगवान सूर्यनारायण •ी पुत्री मां ताप्ती •े नाम से परहेज रखने वाली मध्यप्रदेश •ी सर•ार •े मुखिया •े शिवराज सिंह चौहान •े राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतिन गढक़री •े परिवार •े संत गैरीबदास महाराज ने बरसो मां ताप्ती •े तट पर तपस्या •र जीवित समाधी ली थी. आज भी उस समाधी •े समीप पत्थर शिला पर अं•ित है •ि नागपुर •े गढक़री परिवार ने में 19 वी शताब्दी में आ•र समाधी स्थल निमार्ण •रवाया था. मुलताई से सूरत त•  701 •िलोमीटर लम्बी इस पश्चिम मुखी देवपुत्री नदी •े पावन जल में •ई महात्माओं •ो मुक्ति मिली है. महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तात्या टोपे भी ताप्ती नदी •े महात्म •े चलते यहां पर अ•र रू•े एवं स्नान - ध्यान •र चले गये .
            आज मध्यप्रदेश •ी शिवराज सर•ार मध्यप्रदेश बनाओं यात्रा •र रही है. वह •िस प्रदेश •े हिस्से •ो बनाने आ रही है. बैतूल से गुदगांव त• और आठनेर से बैतूल त• दो बार सूर्यपुत्री मां ताप्ती •ी शिवराज सहित उस•ी पूरी सर•ार •ो उल्टी परि•्रमा लगानी पड़ रही है. इतिहास इस बात •ा गवाह और साक्षी है •ि जिसने भी •िसी भी देवी - देवता •ी उल्टी परि•्रमा लगाई है उस•ा हर •ाम उल्टा और पुल्टा ही हुआ है. भले ही शिवराज हेली•ाप्टर से आ रहे हो ले•िन उन्हे •हीं न •हीं ताप्ती नदी •े ऊपर से हवाई यात्रा •र•े ही गुदगांव जाना पड़ेगा और फिर उल्टे पांव गुदगांव से आठनेर और •ोलगांव जाते समय •ार से ताप्ती •े पुल से गुजरना होगा. सीधी परि•्रमा •ोलगांव से गुदगांव तथा गुदगांव से ताप्ती •ेरपानी होते हु    ये बैतूल यदि आना होता तो वह अधुरी परि•्रमा ही सहीं ले•िन सीधी •हलाई जाती. वैसे भी मध्यप्रदेश में आज त• •ोई भी गैर •ांग्रेसी सर•ार पूरे दस साल त• राज नहीं •र स•ी है इसलिए भी इसे मां ताप्ती •ा •ोप •हे या शिवराज सर•ार •े पाप आखिर ए• न ए• दिन समय से पहले ही उसे स्वर्गीय मु•ेश चन्द्र माथुर •े गीतो •ो गुनगुना पड़ेगा •ि ''जाने चले जाते है •हां , दुनिया से जाने वाले ......!ÓÓ इस बात •ो चलो ए• धड़ी मान भी लिया जाये •ि गीत •े रचियता शिवराज सिंह •े अभिन्न मित्र जन सम्पर्• आयुक्त मनोज श्रीवास्तव •ो पता नहीं था •ि प्रदेश में ताप्ती भी नाम •ी •ोई नदी है क्यो•ि दोनो मित्रो •ा बचपना शायद मां रेवा •े आंचल में गुजरा था. जब उन्हे इस गान में हुई भूल •ो सुधारने •े लिए मैने स्वंय उन•े नीजी मोबाइल पर बातचीत •ी तो वे भडक़ उठे. इंदौर •लैक्टर रहे मनोज श्रीवास्तव आपे से बाहर हो गये और वे उल्टे ही उपदेश देने लगे ले•िन उन्हे यह •ौन बताये •ि भैया जैसी आप•ो प्रिय है मां नर्मदा उसी तरह हमें भी जान से प्यारी है मां ताप्ती जो •ि हमारे जिले •ी आन - बान - शान - पहचान है. इस जिले •ा सहीं सपूत अपनी मां •ा अपमान बर्दास्त •भी नहीं •रेगा. मैं तो उसी दिन से यह सोच में पड़ गया था •ि प्रदेश सर•ार •ो इस बात •े बार - बार चेताने •े बाद भी उसने अपनी भूल नहीं सुधारी और वह मध्यप्रदेश •े गान में ताप्ती •े महात्म •ो भूलने •ी क्षमा मांग •र उसे प्रदेश गान में शामिल •रेगी. आज इस बात •ा अफसोस है •ि जिले •े पांच विधाय•ो और ए• सासंद भी प्रदेश सर•ार से अपने ही जिले •ी पावन नदी मां ताप्ती •ो मान - सम्मान नहीं दिला स•े. •हने •ो तो अपने आप•ो सच्चा जनप्रतिनिधि •हते है ले•िन इनसे बड़ा झुठा और •ौन होगा जो •ि ताप्ती •ो प्रदेश गान में शामिल न •रने पर सर•ार •ो ए• पत्र त• नहीं डाल स•े. आज मां ताप्ती जागृति मंच ने बीड़ा इस बात •ा उठाया है •ि वह मान - सम्मान •ी लड़ाई •ो हमेशा लड़ता रहेगा. जिले •ी ए• मात्र महिला सासंद और पूरे जिले •ी भगवा रंग में रंगीन भाजपा त• सूर्यपुत्री मां ताप्ती •े अपमान •ो आज भी बर्दास्त •िये हुये है. यदि जिले •े •िसी भी जनप्रतिनिधि में यदि थोड़ी बहुंत शर्म - हया होती तो वह इस मामले •ो ले•र शिवराज सर•ार •ो घेर स•ता था ले•िन जो लोग अपनी ही पार्टी •ी सर•ार में अपने ही मुखिया से यह त• नहीं •ह स•ते •ि आप•े प्रदेश गान में मां ताप्ती •े नाम •ा उल्लेख त• नहीं है . ऐसे लोगो •े बारे में देश •े जाने - माने शायर स्वर्गीय दुष्यंत •ुमार •हते है •ि ''यहां तो गुंगे बहरे बसते है , खुदा जाने •ब जलसा हुआ होगा......!ÓÓ

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